सज्जादानशीं ने गद्दी लगाकर मदार के आंगन में की रश्म अदायगी


- दरगाह पहुंचकर माथा टेककर चादरपोशी करने को उमड़ रहे जायरीनों की जत्थे

- मकनपुर पहुचंने के लिए अरौल में वाहन पड़े कम, पैदल जाते दिखे जायरीन

 

बिल्हौर। मकनपुर ‌स्थित सैयद बद्दीउद्दीन जिंदाशाह मदार के 606 वें उर्स के दूसरे दिन देश के कोने-कोने से जायरीन दरगाह पर इबादत के लिए उमड़े। माथा टेकर, चादरपोशी करने वाले जायरीनों का तांता दिनरात चलता रहा। उधर मदारिया सिलसिला के सदर सैयद मुजीबुल बाकी ने मदार के आंगन में गद्दी लगाई और विविध प्रकार की रस्म अदायगी की। इस दौरान मलंग भी पहुंचे और कश्ती मौके पर आई, जिसमें मलंगों ने दम मदार बेड़ा पार का उदघोष किया। सदर और मलंगों की एक झलक पाने के लिए हजारों की भीड़ मौजूद रही।

रविवार भोर पहर मकनपुर की ओर जाने वाले सभी रास्त जायरीनों और उनके वाहनों से खचाखच रहे। जायरीन दम मदार बेड़ा पार के नारे लगाते हुए दरगाह की ओर कूच करते रहे। बड़ी संख्या में जायरीनों ने ईशन नदी में स्नान किया फिर दरगाह पहुंचकर माथा टेकर व चादरपोशी कर रस्म अदायगी की। उधर उर्स के मौके पर मकनपुर में सजे मेला का भी जायरीनों ने जमकर लुफ्त उठाया। दरगाह में उर्स के दूसरे दिन सज्जादानशी सदर मुजीबुल बाकी ने गद्दी लगाई। सदर की एक झलक पाने के लिए दरगाह में हजारों जायरीनों की भीड़ उमड़ी। इसी दौरान मकनपुर आए सभी मलंग भी दम मदार बेड़ा पार कहते हुए मौके पर पहुंचे और कश्ती रस्मी अदायगी की। कश्ती व मलंगों को स्पर्श करने के लिए लोगों में आपाधापी रही। रविवारको बड़ी संख्या में आए जायरीनों ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार भी दरगाह में कराया। उर्स के मौके पर नुरूल अराफात जाफरी ने बातया कि दरगाह में आमद कराने के लिए किचौचा के सज्जादानशीं बाबा अशरफ, बिल्हौर के सज्जादानशीं सैफुद्दीन अशरफ की आमद भी कराई। उक्त दोनों ने दरगाह में माथा टेकर देश-दुनिया में अमन शांती की दुआ की।

 

जायरीनों की उमड़ी भीड़, व्यवस्थाएं कम पड़ी

बिल्हौर। मकनपुर उर्स के दूसरे दिन हजारों की संख्या में जायरीनों के पहुंचने से उर्स इंतजामियां कमेटी की व्यवस्थाएं कम पड़ गईं। भारी भीड़ के कारण सभी मोबाइल कंपनियों के नेटवर्क जबाब दे गए, जबकि रात्रि प्रकाश की कमी के कारण मुशाफिर खाना और मस्जिदों में जायरीनों ने शरण ली। उधर लगातार आ रहे जायरीनों के जत्थों को नियंत्रित करने के लिए उर्स इंतजामियां कमेटी के लोग उर्स क्षेत्र में लगे लाउड स्पीकर से एलान करते रहे। रात्रि में तकरीर के कार्यक्रम में भी बड़ी संख्या में जायरीन उमड़े। जायरीनों की भीड़ अरौल मकनपुर रेल स्टेशन पर भी दिखाई दी। ट्रेन व बस से आने वाले जायरीनों को अरौल में वाहन नहीं मिल सके जिसकारण हजारों जायरीन पैदल ही मकनपुर को रवाना हुए।










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